वो सुबह हमी से आयेगी
वो सुबह हमी तो लायेंगे
भारतीय जन नाट्य संघ की भिलाई इकाई ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर स्थानीय जंयती स्टेडियम में एक झांकी का प्रदर्शन किया। आयोजन के मुख्य अतिथि भिलाई इस्पात संयत्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री पंकज गौतम थे तथा भिलाई के कोई 25 हजार नागरिकों ने बतौर दर्शक इस आयोजन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। "श्रम की विजय" नामक भिलाई इप्टा की इस झांकी ने विशेष रूप से दर्शकों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। भिलाई इप्टा की इस झांकी को प्रतियोगिता में दूसरा स्थान भी हासिल हुआ।
गौरतलब है कि भिलाई इप्टा पूर्व में भी इस आयोजन में अपनी विविध झांकियों के माध्यम से शिरकत करती रही है पर विगत दो-तीन वर्षों में कतिपय कारणों से यह सिलसिला टूट गया था। इप्टा के 13 वें राष्ट्रीय सम्मेलन की सफल मेजबानी के बाद उत्साह से लबरेज भिलाई इप्टा के युवा साथियों ने फिर से इस सिलसिले की शुरूआत को जो स्थानीय इकाई को नगर में एक पहचान दिलाने में सहायक साबित होता है। प्रस्तुत है, इस अवसर की कुछ तस्वीरें, साथ में साहिर की इस मशहूर नज्म पर पंकज दीक्षित का कविता पोस्टर :
वो सुबह हमी तो लायेंगे
भारतीय जन नाट्य संघ की भिलाई इकाई ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर स्थानीय जंयती स्टेडियम में एक झांकी का प्रदर्शन किया। आयोजन के मुख्य अतिथि भिलाई इस्पात संयत्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री पंकज गौतम थे तथा भिलाई के कोई 25 हजार नागरिकों ने बतौर दर्शक इस आयोजन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। "श्रम की विजय" नामक भिलाई इप्टा की इस झांकी ने विशेष रूप से दर्शकों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। भिलाई इप्टा की इस झांकी को प्रतियोगिता में दूसरा स्थान भी हासिल हुआ।
गौरतलब है कि भिलाई इप्टा पूर्व में भी इस आयोजन में अपनी विविध झांकियों के माध्यम से शिरकत करती रही है पर विगत दो-तीन वर्षों में कतिपय कारणों से यह सिलसिला टूट गया था। इप्टा के 13 वें राष्ट्रीय सम्मेलन की सफल मेजबानी के बाद उत्साह से लबरेज भिलाई इप्टा के युवा साथियों ने फिर से इस सिलसिले की शुरूआत को जो स्थानीय इकाई को नगर में एक पहचान दिलाने में सहायक साबित होता है। प्रस्तुत है, इस अवसर की कुछ तस्वीरें, साथ में साहिर की इस मशहूर नज्म पर पंकज दीक्षित का कविता पोस्टर :
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