भारतीय जन नाट्य संघ की इंदौर इकाई द्वारा आयोजित ग्रीष्मकालीन शिविर का उद्घाटन 10 मई 2012 को किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने जनगीत गाये, सफदर की कविता ‘‘ये कैसा घोटाला’’ का लघु नाटक के रूप में मंचन हुआ व बच्चों ने स्वरचित कविताओं का पाठ भी किया। कुछ बच्चों ने कत्थक नृत्य पेश किया तो वाही राज ने टेबल पर ही तीन ताल बजाकर सुनाया।
उद्घाटन के अवसर पर श्री कृष्णकांत निलोसे जी ने बाल मजदूरों पर अपनी लिखी एक कविता बच्चों को सुनाई, कामरेड शैला शिन्त्रे ने नदी की कहानी सुनाई और उस पर नाटक कैसे किया जा सकता है, यह बताया। इस अवसर पर कामरेड वसंत शिन्त्रे, श्री अशोक दुबे, श्री एस. के. दुबे, विनीत, अनुराधा, हेमंत आदि साथी बच्चों की हौसला-अफजा़ई के लिये मौजूद थे। इस मौके पर इप्टा के भिलाई सम्मेलन में शामिल हुये इंदौर इप्टा के सदस्यों को स्मारिका का वितरण भी किया गया।
No comments:
Post a Comment