मुंबई। प्रभादेवी स्थित भूपेश गुप्त भवन में घरेलू कामगारों के साथ दिनांक 21 से 23 अप्रैल 2012 को ‘‘थियेटर ऑफ रेलवेंस’’ वर्कशाप आयोजित किया गया। आयोजन में उन सभी घरेलू कामगारों ने हिस्सा लिया जो इस व्यवस्था के खौफनाक पंजों से न केवल स्ययं को बचाये हुए हैं, वरन् उनसे लड़ने का भी माद्दा रखते हैं।
कामगारों ने नाटक ‘‘राशन आमचा हक्काचा’’ (राशन हमारे हक का) का प्रदर्शन किया जो उन्हीं के द्वारा तैयार किया गया था। यह नाटक भ्रष्टाचार, कालाबाजारी व जन वितरण प्रणाली में फरेब की पोल खोलता है। कैसी विडंबना है कि इस लोकतांत्रिक व्यवस्था में एक ओर तो गरीबों की भूख मिटाने के लिये मुट्ठी भर राशन नहीं है और दूसरी ओर यह सरकारी गोदामों में टनों की मात्रा में सड़ रहा है।
इस वर्कशाप में संपूर्ण महाराष्ट्र से ‘घर कामगार मोलकरनी संगठन’ के 40 सदस्यों ने हिस्सा लिया।
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