आगरा। भारतीय सभ्यता संस्कृति रू-ब-रू कराने के साथ ही इंसान के अंदर छिपे हुनर को बखूबी तराशने के उद्देश्य से इप्टा द्वारा चलाये गये समर कैंप का समापन हो गया। जन-संगीतकार गजानन वर्मा एवं रवि नागर को समर्पित 37 वां लिटिल इप्टा शिविर का समापन समारोह सूरसदन में आयोजित हुआ।
समापन समारोह में राजेन्द्र रघुवंशी की रचना ‘जागो रे जागो’ समूह-गान के रूप में गाया गया जिसे संगीतबद्ध किया था कुमार जसूजा ने। इसके बाद जगजीत सिंह द्वारा रचित ‘माँ सुनाओ मुझे एक कहानी’ और गजानन वर्मा द्वारा रचित राजस्थानी गीत ‘बैगो बैगो चाल भाएला’ गीत पर सूरसदन प्रेक्षागृह में उपस्थित श्रोताओं ने जमकर तालियाँ बजाईं।
समूह गीत के बाद श्रीलंकाई लोकनृत्य ‘पथूरन’ और संगीत नाटिका ‘दादी की एक कहानी’ पर बजी तालियों से प्रेक्षागृह गुंजायमान हो गया। 15 दिनों तक चले इस समर कैंप का उद्घाटन इप्टा की 70 वीं वर्षगाँठ पर ‘जन-संस्कृति दिवस’ के दिन 25 मई को हुआ था। समर कैंप सुरेश चंद्र गुप्त, रमेश मिश्र, सुरेंद्र शर्मा व एम.एल. गुप्ता के संरक्षण में हुआ।
शिविर में डॉ. शशि तिवारी, अंबरीश नाथ, के.एन. अग्निहोत्री, दिलीप राज व रंजना वर्मा ने विशेष सहयोग दिया। नाट्य निर्देशन डॉ. विजय शर्मा व डिम्पी मिश्रा ने किया। कार्यक्रम के संयोजक सुबोध गोयल, सह-संयोजक डॉ. विजय शर्मा, समन्वयक जितेन्द्र रघुवंशी व सह-समन्वयक डॉ. ज्योत्सना रघुवंशी रहीं। कैंप में खुशी श्रीवास्तव, संतोष कुमार, कौशल कुमार, स्पर्श सिंह, अग्रिमा सिंह, अंकिता चौधरी व रिया सचदेवा सहित कुल 72 बच्चों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
(अमर उजाला की खबर पर आधारित, फोटो विभिन्न अखबारों से)
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