इंदौर। सीमा और हरिओम राजोरिया मध्य प्रदेश में भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) की गतिविधियों के लिए जाने जाते हैं। अशोकनगर जैसे एक छोटे से शहर में रहते हुए उन्होंने लगातारकरीब ढाई दशकों से इप्टा के आदर्शों के मुताबिक प्रगतिशील जनसंस्कृति के विकास में अपना सहभाग किया है। अशोकनगर इकाई ने पिछले २५ वर्षों में एक और दो महीने के १४ नाट्य शिविर आयोजित किये हैं जिनसे हज़ारों नए रंगकर्मी तैयार हुए हैं और उनसे सैकड़ों गुना अधिक दर्शक नाटक के ज़रिये उच्चतर मानवीय मूल्यों और कलाओं से संस्कारित हुए हैं। वे और उनके साथी निरंतरता, प्रयोगधर्मिता और चुनौतीपूर्ण संस्कृतिकर्म के लिए जाने जाते हैं।
३१ मई, २०१८ को वे इंदौर में हमारे साथ होंगे और हम उनसे जन नाट्य आंदोलन के अनुभवों को, इस आंदोलन के समक्ष मौजूद चुनौतियों और संभावित समाधानों पर एक-दूसरे के विचारों को साझा करेंगे।
हरिओम नाट्य लेखक, निर्देशक, गायक और अभिनेता होने के साथ ही हिंदी के एक समर्थ समकालीन कवि के रूप में भी जाने जाते हैं। तो उनकी मौजूदगी का लाभ लेकर हम उनकी कविताएँ भी सुनेंगे। उनकी रचना प्रक्रिया पर बातचीत सुनते हुए नए रचनाकार लाभान्वित होंगे।
स्थान- कैनरिस आर्ट गैलरी, 577/1 -ए, महात्मा गाँधी मार्ग, ट्रेजर आइलैंड के सामने इंदौर।
समय - 31 मई, 2018 को शाम 6 से 9 तक।
३१ मई, २०१८ को वे इंदौर में हमारे साथ होंगे और हम उनसे जन नाट्य आंदोलन के अनुभवों को, इस आंदोलन के समक्ष मौजूद चुनौतियों और संभावित समाधानों पर एक-दूसरे के विचारों को साझा करेंगे।
हरिओम नाट्य लेखक, निर्देशक, गायक और अभिनेता होने के साथ ही हिंदी के एक समर्थ समकालीन कवि के रूप में भी जाने जाते हैं। तो उनकी मौजूदगी का लाभ लेकर हम उनकी कविताएँ भी सुनेंगे। उनकी रचना प्रक्रिया पर बातचीत सुनते हुए नए रचनाकार लाभान्वित होंगे।
स्थान- कैनरिस आर्ट गैलरी, 577/1 -ए, महात्मा गाँधी मार्ग, ट्रेजर आइलैंड के सामने इंदौर।
समय - 31 मई, 2018 को शाम 6 से 9 तक।
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