इंदौर. विश्व नाट्य दिवस पर आज इप्टा की इंदौर इकाई द्वारा शहीद भवन इंदौर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इप्टा इंदौर के बच्चों द्वारा जनगीत, पाश की कविता सबसे खतरनाक होता है..और श्री हरेप्रकाश उपाध्याय Hareprakash Upadhyayकी कविता.. आम जन के लिए.. की अभिनय प्रस्तुति की गयी। श्री गुलरेज के निर्देशन में नाटक-'नाटक तो होगा ही' और स्त्री उत्पीड़न पर केंद्रित 'मूक अभिनय' नाटिका प्रस्तुत की गयी। सुश्री सारिका श्रीवास्तव Sarika Shrivastavaके मार्गदर्शन में छोटे बच्चों द्वारा 'भगत सिंह के आखिरी बारह घंटों' के घटनाक्रम पर केंद्रित अभिनय पाठ किया गया।
संचालन,संयोजन सुश्री सारिका श्रीवास्तव ने किया। विश्व नाट्य दिवस पर समकालीन परिदृश्य में रंग कर्म के महत्व पर श्री अरविन्द पोरवाल Arvind Porwalने संबोधित किया। आभार श्री विजय दलाल ने माना। इस अवसर पर सर्वश्री वसन्त शिन्त्रे, सुरेश उपाध्याय, अतुल लागू, ब्रजेश कानूनगो,चुन्नीलाल वाधवानी,कामना शर्मा, सहित अनेक इप्टा,प्रलेस के साथी और प्रबुद्धजन उपस्थित थे।
इसी अवसर के कुछ चित्र Vineet Tiwari और मित्रों के लिए ।
इसी अवसर के कुछ चित्र Vineet Tiwari और मित्रों के लिए ।
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