आगरा सुलहकुल और सद्भाव की नगरी है और यहां साझी संस्कृति और साहित्य को बढ़ावा देने हेतु यह समारोह नगर के साहित्यकारों, रंगकर्मियों और कलाकारों द्वारा आयोजित किया जा रहा है यह समारोह संस्कृति कर्मी जितेंद्र रघुवंशी जी को समर्पित है यह समारोह गोवर्धन होटल में उदघाटन समारोह से शुरु होगा जिसमें मैकश के 115वें जन्मदिन पर उनकी शायरी और उनके आगरा पर चर्चा के साथ नृत्य ज्योति कत्थक केंद्र के विद्याथियों के द्वारा मैकश की ग़ज़ल पर प्रस्तुति के साथ होगा, 3 मार्च को रिवर कनेक्ट द्वारा नदी और सभ्यता पर चर्चा और अनिल जैन की संस्था ऍफ़ टी जी द्वारा नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति एत्मातुद्दौला व्यू पॉइंट पर होगी।
4 मार्च को यूथ होस्टल में भारत की साझी संस्कृति पर प्रसिद्ध पत्रकार सुभाष गाताडे का व्याख्यान, कविता संग्रह "जहाज के पंछी"( कवि पुष्पेंद्र उपमन्यु )का विमोचन और अनिल शुक्ल द्वारा निर्देशित रंगलीला की प्रस्तुति "जाम के झाम में अकबर" तय है।5 मार्च को शहीद स्मारक पर आगरा की पच्चीकारी और उसकी मुश्किलों पर चर्चा और आगरा के शिल्पकार वासिफ शेख के शिल्पकर्म की प्रदर्शनी के साथ साथ कार्टूनिस्ट मदन गोपाल के रेखाचित्र और बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय की कला विभाग की छात्राओं की कला प्रदर्शनी के बाद रंगलोक सांस्कृतिक संस्थान के कलाकारों द्वारा डिंपी मिश्रा निर्देशित जनगीतों की प्रस्तुति होगी । 6 मार्च को केंद्रीय हिंदी संस्थान में नज़ीर सभागार में नज़ीर और उनका आगरा पर डॉ ज्योत्स्ना रघुवंशी जी के व्याख्यान और केंद्रीय हिंदी संस्थान के छात्र छात्राओं की प्रस्तुति के अतिरिक्त नज़ीर की कविताओ का पाठ होगा। 7 मार्च को सूरसदन बेसमेंट में दिलीप रघुवंशी निर्देशित " इप्टा " के नाटक "सुनो सुनो सुनो" की प्रस्तुति और बसंत रावत के नाटकों के गीत रंग-संगीत की प्रस्तुति होगी और इसके साथ ही युवा चित्रकार दीपक भदौरिया के काम का लाइव डिमोस्टेशन भी होगा। समापन समारोह में डॉ जितेंद्र रघुवंशी जी के रंगकर्म पर चर्चा डॉ मोहमद अरशद करेंगे । इस समारोह में कुल 14 संस्थाएं जिनमे यादगारे आगरा , नृत्यज्योति कत्थक केंद्र, बृज हेरिटेज एंड कजर्वेशन सोसाइटी , भारतीय जन नाट्य संघ इप्टा, रंगलीला, रंगलोक, शहीद भगत सिंह स्मारक समिति, फिल्म एन्ड थिएटर ग्रुप आगरा, थिएटर फोरम, जनमन संवाद केंद्र, legecy आर्ट स्टूडियो , और रिवर कनेक्ट, केंद्रीय हिंदी संस्थान शामिल है और्स किशनलाल स्मृति ट्रस्ट शामिल हैं।
4 मार्च को यूथ होस्टल में भारत की साझी संस्कृति पर प्रसिद्ध पत्रकार सुभाष गाताडे का व्याख्यान, कविता संग्रह "जहाज के पंछी"( कवि पुष्पेंद्र उपमन्यु )का विमोचन और अनिल शुक्ल द्वारा निर्देशित रंगलीला की प्रस्तुति "जाम के झाम में अकबर" तय है।5 मार्च को शहीद स्मारक पर आगरा की पच्चीकारी और उसकी मुश्किलों पर चर्चा और आगरा के शिल्पकार वासिफ शेख के शिल्पकर्म की प्रदर्शनी के साथ साथ कार्टूनिस्ट मदन गोपाल के रेखाचित्र और बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय की कला विभाग की छात्राओं की कला प्रदर्शनी के बाद रंगलोक सांस्कृतिक संस्थान के कलाकारों द्वारा डिंपी मिश्रा निर्देशित जनगीतों की प्रस्तुति होगी । 6 मार्च को केंद्रीय हिंदी संस्थान में नज़ीर सभागार में नज़ीर और उनका आगरा पर डॉ ज्योत्स्ना रघुवंशी जी के व्याख्यान और केंद्रीय हिंदी संस्थान के छात्र छात्राओं की प्रस्तुति के अतिरिक्त नज़ीर की कविताओ का पाठ होगा। 7 मार्च को सूरसदन बेसमेंट में दिलीप रघुवंशी निर्देशित " इप्टा " के नाटक "सुनो सुनो सुनो" की प्रस्तुति और बसंत रावत के नाटकों के गीत रंग-संगीत की प्रस्तुति होगी और इसके साथ ही युवा चित्रकार दीपक भदौरिया के काम का लाइव डिमोस्टेशन भी होगा। समापन समारोह में डॉ जितेंद्र रघुवंशी जी के रंगकर्म पर चर्चा डॉ मोहमद अरशद करेंगे । इस समारोह में कुल 14 संस्थाएं जिनमे यादगारे आगरा , नृत्यज्योति कत्थक केंद्र, बृज हेरिटेज एंड कजर्वेशन सोसाइटी , भारतीय जन नाट्य संघ इप्टा, रंगलीला, रंगलोक, शहीद भगत सिंह स्मारक समिति, फिल्म एन्ड थिएटर ग्रुप आगरा, थिएटर फोरम, जनमन संवाद केंद्र, legecy आर्ट स्टूडियो , और रिवर कनेक्ट, केंद्रीय हिंदी संस्थान शामिल है और्स किशनलाल स्मृति ट्रस्ट शामिल हैं।
No comments:
Post a Comment