जबलपुर में विवेचना थियेटर ग्रुप ( विवेचना जबलपुर ) द्वारा एक नई पहल की जा रही है। महाकोशल शहीद स्मारक ट्रस्ट द्वारा विवेचना के सहयोग से हर माह के दूसरे शनिवार को जबलपुर से बाहर की एक नाट्य प्रस्तुति हुआ करेगी। हर माह दूसरे शनिवार अतिथि नाट्य प्रस्तुति की इस योजना का नाम ’नाट्य निरंतर’ रखा गया है।
इसकी शुरूआत दिनेश ठाकुर स्मृति नाट्य प्रसंग के साथ अप्रैल 2017 माह में पूरी भव्यता से हुई हैं। 13 मई शनिवार को शहीद स्मारक गोलबाजार के प्रेक्षागृह में प्रिज्म थियेटर सोसायटी दिल्ली के द्वारा विकास बाहरी के लेखन व निर्देशन में ’खिड़की’ नाटक का मंचन संध्या 7.30 बजे किया जाएगा। इसमें जतिन सरना और प्रियंका शर्मा ने अभिनय किया है। इस नाटक के अब तक 24 मंचन देश के प्रतिष्ठित मंचों और समारोहों में हो चुके हैं। यह नाटक गंभीरता, हास्य और रोचकता का सुंदर मिश्रण है।
यह एक लेखक की कथा है जिसे एक कहानी लिखकर देना है लेकिन उसके पास कहानी का कोई प्लाट नहीं है। वो परेशान है। इसी समय वो अपनी खिड़की से सामने वाले घर में रहने वाली एक लड़की को देखता है और उस पर अपनी कहानी बनाना शुरू करता है। अचानक वो लड़की उसके घर में आ जाती है और विचित्रताओं व संयोगों का सिलसिला शुरू होता है।
जबलपुर में विवेचना थियेटर ग्रुप के अथक प्रयासों के फलस्वरूप नाटक देखने वालों को एक बड़ा दर्शक वर्ग है जो टिकिट लेकर नाटक देखता है। जबलपुर के दर्शकों को प्रतिमाह अतिथि प्रस्तुति दिखाने की इस योजना में नाममात्र मूल्य का प्रवेश पत्र रखा गया है जो शहीद स्मारक कार्यालय और विवेचना के हिमांशु राय, वसंत काशीकर और बांकेबिहारी ब्यौहार के माध्यम से प्राप्त किये जा सकते हैं। 10 जून को जयंत देशमुख के निर्देशन में ’नटसम्राट’ का मंचन इसी योजना के अंतर्गत होगा।
-हिमांशु राय
इसकी शुरूआत दिनेश ठाकुर स्मृति नाट्य प्रसंग के साथ अप्रैल 2017 माह में पूरी भव्यता से हुई हैं। 13 मई शनिवार को शहीद स्मारक गोलबाजार के प्रेक्षागृह में प्रिज्म थियेटर सोसायटी दिल्ली के द्वारा विकास बाहरी के लेखन व निर्देशन में ’खिड़की’ नाटक का मंचन संध्या 7.30 बजे किया जाएगा। इसमें जतिन सरना और प्रियंका शर्मा ने अभिनय किया है। इस नाटक के अब तक 24 मंचन देश के प्रतिष्ठित मंचों और समारोहों में हो चुके हैं। यह नाटक गंभीरता, हास्य और रोचकता का सुंदर मिश्रण है।
यह एक लेखक की कथा है जिसे एक कहानी लिखकर देना है लेकिन उसके पास कहानी का कोई प्लाट नहीं है। वो परेशान है। इसी समय वो अपनी खिड़की से सामने वाले घर में रहने वाली एक लड़की को देखता है और उस पर अपनी कहानी बनाना शुरू करता है। अचानक वो लड़की उसके घर में आ जाती है और विचित्रताओं व संयोगों का सिलसिला शुरू होता है।
जबलपुर में विवेचना थियेटर ग्रुप के अथक प्रयासों के फलस्वरूप नाटक देखने वालों को एक बड़ा दर्शक वर्ग है जो टिकिट लेकर नाटक देखता है। जबलपुर के दर्शकों को प्रतिमाह अतिथि प्रस्तुति दिखाने की इस योजना में नाममात्र मूल्य का प्रवेश पत्र रखा गया है जो शहीद स्मारक कार्यालय और विवेचना के हिमांशु राय, वसंत काशीकर और बांकेबिहारी ब्यौहार के माध्यम से प्राप्त किये जा सकते हैं। 10 जून को जयंत देशमुख के निर्देशन में ’नटसम्राट’ का मंचन इसी योजना के अंतर्गत होगा।
-हिमांशु राय
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