जबलपुर। 'विवेचना' जबलपुर, 'अंक' मुम्बई और महाकौशल शहीद स्मारक ट्रस्ट, जबलपुर के संयुक्त प्रयासों से दिनांक 14 से 16 अप्रैल 2017 को दिनेश ठाकुर स्मृति नाट्य प्रसंग का आयोजन होने जा रहा है। आयोजन में अंक और विवेचना के नाट्य मंचन, नाट्य संगोष्ठी, फ़िल्म व फ़ोटो-प्रदर्शनी आदि भी होंगे। सुविख्यात रंगकर्मी दिनेश ठाकुर की रंग-प्रतिबद्धता को रेखांकित करने वाला यह आयोजन स्थानीय महाकौशल शहीद स्मारक, गोल बाजार, जबलपुर में होगा।
आयोजन का उद्घाटन दिनांक 14 अप्रैल को संध्या 6 बजे वरिष्ठ रंगकर्मी नादिरा बब्बर के मुख्य आतिथ्य और कला-निर्देशक जयंत देशमुख, रंग समीक्षक संगम पाण्डेय व 'अंक' मुम्बई की अध्यक्ष प्रीता माथुर ठाकुर की गरिमामय उपस्थिति में किया जायेगा। इसी दिन संध्या 7:30 बजे अतुल माथुर के निर्देशन में 'अंक' मुम्बई द्वारा नाटक 'बीवियों का मदरसा' का मंचन किया जायेगा।
15 अप्रैल को प्रातः 10 बजे 'नाटक में विचार तत्व' विषय पर संगोष्ठी होगी जिसमें नादिरा बब्बर, जयंत देशमुख, संगम पाण्डेय, इश्तियाक खान, प्रीता माथुर ठाकुर, अनिल रंजन भौमिक, सलीम राजा, आनन्द सिन्हा, पंकज स्वामी और हिमांशु राय अपने विचार रखेंगे। कमोबेश इन्हीं प्रतिभागियों के साथ अशोक मिश्र और वसंत काशीकर दिनांक 16 अप्रैल को 'नाट्य लेखन और पटकथा लेखन के अंतरसंबंध' विषय पर होने वाली संगोष्ठी में अपने विचार रखेंगे। इन दोनों ही सत्रों का संचालन हनुमंत किशोर करेंगे।
15 अप्रैल को संध्या 7:30 बजे 'विवेचना' जबलपुर द्वारा नाटक 'खोया हुआ गाँव' का मंचन किया जाएगा। निर्देशन वसंत काशीकर का है। 16 अप्रैल को इसी वक़्त अशोक मिश्र के निर्देशन में 'अंक' मुम्बई द्वारा नाटक 'अटके भटके लटके सुर' मंचित किया जाएगा।
आयोजन का उद्घाटन दिनांक 14 अप्रैल को संध्या 6 बजे वरिष्ठ रंगकर्मी नादिरा बब्बर के मुख्य आतिथ्य और कला-निर्देशक जयंत देशमुख, रंग समीक्षक संगम पाण्डेय व 'अंक' मुम्बई की अध्यक्ष प्रीता माथुर ठाकुर की गरिमामय उपस्थिति में किया जायेगा। इसी दिन संध्या 7:30 बजे अतुल माथुर के निर्देशन में 'अंक' मुम्बई द्वारा नाटक 'बीवियों का मदरसा' का मंचन किया जायेगा।
15 अप्रैल को प्रातः 10 बजे 'नाटक में विचार तत्व' विषय पर संगोष्ठी होगी जिसमें नादिरा बब्बर, जयंत देशमुख, संगम पाण्डेय, इश्तियाक खान, प्रीता माथुर ठाकुर, अनिल रंजन भौमिक, सलीम राजा, आनन्द सिन्हा, पंकज स्वामी और हिमांशु राय अपने विचार रखेंगे। कमोबेश इन्हीं प्रतिभागियों के साथ अशोक मिश्र और वसंत काशीकर दिनांक 16 अप्रैल को 'नाट्य लेखन और पटकथा लेखन के अंतरसंबंध' विषय पर होने वाली संगोष्ठी में अपने विचार रखेंगे। इन दोनों ही सत्रों का संचालन हनुमंत किशोर करेंगे।
15 अप्रैल को संध्या 7:30 बजे 'विवेचना' जबलपुर द्वारा नाटक 'खोया हुआ गाँव' का मंचन किया जाएगा। निर्देशन वसंत काशीकर का है। 16 अप्रैल को इसी वक़्त अशोक मिश्र के निर्देशन में 'अंक' मुम्बई द्वारा नाटक 'अटके भटके लटके सुर' मंचित किया जाएगा।
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