8 नवम्बर (रविवार), 2015 को रात 8.30 बजे जाने माने रंग चिन्तक मंजुल भारद्वाज द्वारा लिखित और उत्प्रेरित बहुभाषिक नाटक “अनहद नाद-अन हर्ड साउंड्स ऑफ़ युनिवर्स” का डॉ.काशिनाथ घाणेकर नाट्यगृह ( मिनी थिएटर ) ठाणे में मंचन ! “अनहद नाद - अन हर्ड साउंड्स ऑफ़ युनिवर्स ” कलात्मक चिंतन है, जो कला और कलाकारों की कलात्मक आवश्यकताओं,कलात्मक मौलिक प्रक्रियाओं को समझने और खंगोलने की प्रक्रिया है। क्योंकि कला उत्पाद और कलाकार उत्पादक नहीं है और जीवन नफा और नुकसान की बैलेंस शीट नहीं है इसलिए यह नाटक कला और कलाकार को उत्पाद और उत्पादिकरण से उन्मुक्त करते हुए, उनकी सकारात्मक,सृजनात्मक और कलात्मक उर्जा से बेहतर और सुंदर विश्व बनाने के लिए प्रेरित और प्रतिबद्ध करता है ।
अश्विनी नांदेडकर ,योगिनी चौक, सायली पावसकर,तुषार म्हस्के और कोमल खामकर अपने अभिनय से नाट्य पाठ को मंच पर आकार देकर साकार करेंगें ! एक्सपेरिमेंटल थिएटर फाउंडेशन विगत २३ वर्षों से देश विदेश में अपनी प्रोयोगात्मक , सार्थक और प्रतिबद्ध प्रस्तुतियों के लिए विख्यात है .
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