Wednesday, April 29, 2015

अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस सन्देश : जो इस पल नृत्य कर रहा हो !

अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस, 29, अप्रैल 2015 

-इजराइल गाल्वैन
कारमेन अमाया, वलेस्का गर्ट, सुज़ूशी हानायागी, माइकल जैक्सन.... इन सबको मैं ऊर्जा उत्पन्न करने वाली टरबाइन के रूप में देखता हूँ | ये तथ्य मुझे नृत्य संयोजन में नर्तक की उर्जा के महत्त्व के बारे में सोचने पर मजबूर करता है | संभवतः नृत्य संयोजन से अधिक महत्वपूर्ण है वह उर्जा जो नृत्य को अदभुत गति प्रदान करती है |

मैं टेस्ला क्वायल (Tesla Coil) से निकलती एक परिवर्तक किरण की कल्पना करता हूँ जो पीना बोश को एक बद्ध हस्त कीट या प्रार्थना की मुद्रा में बैठे कीड़े (praying mantis), रेमन्ड होग को भ्रमर (beetle), विन्सेंट एक्यूडेरो को कठ कीट (stick insect) और यहाँ तक की ब्रूस ली को एक शतपद (centipede) में कायांतरित कर देती है | मैंने अपना पहला युगल नृत्य अपनी माँ के साथ किया जब मैं सात माह का उसके गर्भ में था | इसे अतिरंजना पूर्ण कहा जा सकता है | यद्यपि मैं हमेशा एकल नृत्य ही करता हूँ पर बहुत सी छवियाँ और साये मेरा साथ देते हुए मुझे एकाकीपन का नर्तक होने से बचाते रहते हैं | कला इतिहासकार और दार्शनिक दीदी हबरमैन सोल्यारे गीत (Soleares song) की बात करते हुए क्या इसी तथ्य की पुष्टि नहीं करते ?

बचपन में मुझे नृत्य में कोई रूचि नहीं थी मगर नृत्य ही मुझमें नैसर्गिक रूप से रचा-बसा था और पूरी सहजता के साथ अभिव्यक्त भी होता था | धीरे-धीरे मैंने महसूस किया की नृत्य में एक हद तक उपचारात्मक और शांतिदायक प्रभाव है जिसने मुझे दूसरे लोगों के साथ खुलने और घुल-मिल जाने के लिए प्रेरित किया | मैंने इबोला से पीड़ित एक बच्चे की तस्वीर देखी है जिसका उपचार नृत्य के माध्यम से किया जा रहा है | मैं जानता हूँ की वैज्ञानिक धरातल पर यह बात खरी नहीं उतरती  पर ऐसा संभव हो भी सकता है |

अनंतर नृत्य एक ऐसा जूनून बन गया जो मेरे जीवन को सार्थकता से भर देता है और मैं अपने निश्चल या स्थिर पलों में भी नृत्य की दुनिया में ही रहता हूँ, आस-पास के यथार्थ से अलग | मैं जानता हूँ यह अच्छा, बुरा या आवश्यक नहीं है परन्तु...... यह ऐसे ही है | जब सोफ़े पर बैठा मैं अपने सृजनात्मक संसार के बारे में सोचता हुआ बुदबुदाता हूँ तब मेरी बेटी मिलेना मुझसे कहती है, डैड, नाचो मत |

मैं लोगों को सड़कों पर देखता हूँ, टैक्सी को आवाज़ देते या ढंगे-बेढंगे तरीके से चलते-फिरते | वो सब नृत्य कर रहे होते हैं ! वो ये नहीं जानते पर वो सब नाच रहे हैं ! मेरा मन करता है उनसे चीख़ कर कहूं : ये वो लोग है जो अब भी नहीं समझ पा रहे हैं कि हम सब नृत्य कर रहे हैं ! जो नृत्य नहीं करते वो बदनसीब हैं, वो मर चुके हैं, वो पीड़ा और दुःख अनुभव नहीं करते !

मुझे फ़्यूज़न शब्द अच्छा लगता है लेकिन किसी वस्तु या ब्रांड को बेचने के लिए भ्रम पैदा करने वाले शब्द की तरह नहीं | फ़िज़न बेहतर शब्द है, एक आणुविक मिश्रण: एक ऐसा कोकटेल जहाँ पाँव जॉन बेल्मोंट की ज़मीन पर टिके हों, ईज़ाडोरा जैसी फैली हुई बाहें और गूनीस में जेफ़ कोहेन की डग-मग करती कमर हो | और इन सब तत्वों से बना एक गहन व रुचिकर पेय जो सुखद है, आनन्ददायक है और चरपरा भी या जैसा आप महसूस करें | हमारी परम्परा भी मिश्रित है, हमारी जडें भी मिश्रण में ही मगर  रूढ़िवादी या शुद्धवादी लोग अपने गुप्त फ़ार्मूले को छिपा कर रहना चाहते हैं | लेकिन नहीं, प्रजातियाँ, धर्म और राजनैतिक विचार सब मिल जाते हैं | सभी सबके साथ नृत्य कर सकते हैं ! एक दूसरे का हाथ थाम कर न सही पर एक दूसरे के आस-पास, अगल-बगल |

पुरानी चीनी कहावत है,  “तितली के पंखों की फड़फड़ाहट पूरी दुनिया में महसूस की जा सकती है |” जापान में जब एक मक्खी उड़ान भरती है, कोई तूफ़ान कैरेबियन में प्रचंड लहरें पैदा कर देता है | अत्यधिक गति वाला सेविलानस नृत्य देखकर पेड्रो जी. रोमेरो ने कहा: उसी दिन हिरोशिमा पर बम गिरा, निजिन्सकी ने ओस्ट्रिया के जंगलों में फिर से बड़ी छलाँग लगायी | और मैं निरंतर सोच रहा हूँ : सेवियान ग्लवर की एक गति मिखाइल बैरिशनिकोव को घुमा देती है | उसी पल कोज़ो ओनो स्थिर खड़ा रहकर मारिया मुनोज़ में एक विद्युत् तरंग उत्पन्न कर देता है जो वोनराड वीड के बारे में सोचते हुए अकरम ख़ान को अपने ड्रेसिंग रूम में भूचाल उत्पन्न करने को मजबूर कर देती है | वह सब अपने अंग संचालित करते हैं और फर्श उनके श्रम भरे पसीने की बूंदों से ढक जाती है |

मैं यह अंतर्राष्टीय नृत्य दिवस और अपने शब्द दुनिया के किसी भी ऐसे व्यक्ति को समर्पित करना चाहता हूँ जो इस पल नृत्य कर रहा हो | पर मुझे एक मज़ाक और कामना करने की अनुमति दीजिये : नर्तक, संगीतकार, प्रस्तुतकर्ता, आलोचक, नियोजक, आइये एक समापन दावत में शामिल हों, हम सब नृत्य करें, जैसे बेजार्ट ने किया, हम स्टाइल में डांस करें, रेवेल की बोलेरो धुन पर नाचें, एक साथ नाचें |

हिंदी अनुवाद – अखिलेश दीक्षित

इजराइल गाल्वैन - परिचय

अपने जटिल पद संचालन के लिए प्रसिद्द स्पेनी फ्लेमिंको डांसर इजराइल गाल्वैन डे लों रेस  ने नृत्य की शिक्षा अपने माता-पिता से ली | उनके नृत्य को अवाँगार्द  (avant-garde) फ्लेमिंको की श्रेणी में भी रखा जा सकता है | स्पेन के सबसे महत्वपूर्ण नृत्य पुरस्कार प्रेमिओस माक्स – 2014 के अतिरिक्त उन्हें अन्य कई प्रतिष्ठित पुरस्कार भी मिल चुके हैं |

भारत 
में 
इंडियन पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन 
(इप्टा) 
द्वारा प्रसारित

1 comment:

  1. नृत्य सृष्टि है ....नृत्य जीवन की स्थिति है ......नृत्य आनन्द है .....यहाँ तक कि प्रलय की स्थिति भी नृत्य की ही एक मुद्रा है ।

    कली से पुष्प बनने की प्रक्रिया के अनंतर नृत्य ही तो होता रहता है .....फिर पुष्प से फल और बीज बनने की प्रक्रिया भी नृत्य का ही चरम है । बीज जब पुनः अंकुरित होता है तो नृत्य ही करता है । पत्थर के अणुओं-परमाणुओं के भीतर भी नृत्य ही तो होता रहता है ....अहर्निश नृत्य । ग्रहों के बनने, बिखरने और कृष्णविवर में समा जाना भी नृत्य ही है । नृत्य के बिना कहीं कुछ नहीं ।

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