भारतेंदु हरिश्चन्द्र ने अपने निबन्ध 'नाटक'(1884)में लिखा कि "हिंदी भाषा में जो सबसे पहला नाटक खेल गया,वह (शीतला प्रसाद त्रिपाठी कृत) 'जानकी मंगल' था ." यह नाटक बनारस में चैत्र शुक्ल 11,सं 1925 अर्थात 3 अप्रेल 1868 को मंचित हुआ था . 'इन्डियन मेल' में इसके प्रथम अभिनय के विवरण का उल्लेख आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने 'हिंदी साहित्य का इतिहास' में भी किया है.इसी आधार पर डा.शरद नागर ने ब्रिटिश म्यूजियम,लन्दन से 'एलेन्स इन्डियन मेल' के उक्त समाचार की प्रतिलिपि मंगायी और 'धर्मयुग' में प्रकाशित अपने लेख में इस तिथि की पुष्टि की .इसे प्रमाण मान कर 1968 में नागरी प्रचारिणी सभा,काशी तथा हिंदी क्षेत्र की सांस्कृतिक-साहित्यिक संस्थाओं ने हिंदी रंगमंच की शतवार्षिकी मनायी .यह बात अलग है कि हिंदी की बोलियों में लोकनाट्य की परंपरा बहुत पुरानी है.
प्रस्तुति:जितेन्द्र रघुवंशी
जानकारी बेहद उपयोगी है।
ReplyDeleteशीश कटा सकते हैं ,पर झुका सकते नहीं ---विजय राजबली माथुर