रायपुर। 31 जनवरी 17। सीमित संसाधनों मे प्रतिबद्ध और समर्पित कलाकारों कितनी बेहतर प्रस्तुति कर सकते है उसकी मिसाल रहा इंद्रवती नाट्य समिति सीधी के कलाकारों द्वारा रायपुर के रंगमंदिर मे मंचित नाटक 'कर्णभारम ।'
महाकवि भास के आलेख पर बघेली आलेख- नरेंद्र सिंह ने तैय्यार किया है जिसे समझने मे दर्शकों को कोई कठिनाई नही हुई । नरेन्द्र सिहं ने नाटक मे कर्ण की प्रभावी भूमिका गायन शैली के साथ निभाई । नाटक का निर्देशन- नीरज कुंदेर, रौशनी प्रसाद मिश्रा ने किया था
छत्तीसगढ़ फ़िल्म एंड विजुअल आर्ट सोसाइटी और भातखंडे ललित कला शिक्षा समिति रायपुर के सहयोग से आयोजित इस नाटक के कलाकारों को आकाशवाणी के समाचार संपादक श्री विकल्प शुक्ला और छत्तीसगढ़ फ़िल्म एंड विजुअल सोसाइटी की श्रीमती रचना मिश्रा सम्मानित किया ।कर्ण भारम के कलाकारों का अभिनय , संगीत और देह गति अविस्मरणीय थी ।
-सुभाष मिश्रा
महाकवि भास के आलेख पर बघेली आलेख- नरेंद्र सिंह ने तैय्यार किया है जिसे समझने मे दर्शकों को कोई कठिनाई नही हुई । नरेन्द्र सिहं ने नाटक मे कर्ण की प्रभावी भूमिका गायन शैली के साथ निभाई । नाटक का निर्देशन- नीरज कुंदेर, रौशनी प्रसाद मिश्रा ने किया था
छत्तीसगढ़ फ़िल्म एंड विजुअल आर्ट सोसाइटी और भातखंडे ललित कला शिक्षा समिति रायपुर के सहयोग से आयोजित इस नाटक के कलाकारों को आकाशवाणी के समाचार संपादक श्री विकल्प शुक्ला और छत्तीसगढ़ फ़िल्म एंड विजुअल सोसाइटी की श्रीमती रचना मिश्रा सम्मानित किया ।कर्ण भारम के कलाकारों का अभिनय , संगीत और देह गति अविस्मरणीय थी ।
-सुभाष मिश्रा
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