अशोकनगर। भारतीय जन नाट्य संघ इप्टा द्वारा इस वर्ष भी अशोकनगर शहर के बच्चों के लिए रंगकर्म का प्रशिक्षण प्रदान करने की दृष्टि से एक कार्यशाला का शुभारंभ किया गया है। इप्टा की यह 10वी कार्यशाला है। निरंतर 25 दिनों तक चलने वाली इस कार्यशाला में बच्चों को नाट्य, संगीत और संस्कृति से जुड़ा प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस कार्यशाला के शुभारंभ समारोह में बड़ी संख्या में प्रतिभागी बच्चों द्वारा अपनी उपस्थिति दर्ज की गई।
जन नाट्य संघ (इप्टा) की अशोकनगर इकाई द्वारा दसवीं बाल एवम किशोर नाट्य कार्यशाला का उद्घाटन इप्टा से जुड़ी स्थानीय रंगकर्मी डा. अर्चना ने उद्घाटन की मौखिक घोषणा के साथ किया। स्थानीय जयप्रकाश पुस्तकालय के हाल में शहर के संस्कृतिकर्मी, लेखक, कलाकार, रंगकर्मी, बच्चे और बच्चों के अभिभावक उपस्थित थे । 12 से 18 आयु वर्ग के बच्चों के लिये आयोजित इस नाट्य कार्यशाला की रूपरेखा पर बोलते हुये विनोद शर्मा ने कहा कि इप्टा की अभी तक आयोजित की गईं नाट्य कार्यशालाओं में एक दर्जन से ज्यादा नए नाटक तैयार किये जा चुके हैं। चित्रकार पंकज दीक्षित ने अजादी से पहले और आजादी के बाद इप्टा के आंदोलन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर नगरपालिका परिषद के उपाध्यक्ष महेंद्र भारद्वाज, रंगकर्मी सीमा राजोरिया ने भी अपने विचार रखे।
उद्घाटन समारोह के अवसर पर पूर्ववर्ती शिविरों में भागीदारी कर चुके बच्चों ने दो जनगीत प्रस्तुत किये। उदघाटन सत्र के बाद बच्चों ने एक पुराने नाटक '' गिरगिट'' की प्रस्तुति दी गई। महान रूसी गद्यकार चेखब के इस नाटक का निर्देशन ऋषभ श्रीवास्तव ने किया था। इस प्रभाबी नाट्य प्रस्तुति को पूरी तरह से बच्चों द्वारा ही तैयार किया गया था। नाटक में अनुपम तिवारी, सौरभ झा, अमित गुप्ता, अनुज तिवारी, डाली जाधव, आर्यन अरोरा, कबीर राजोरिया, दीपांशी बिजौले, साक्षी यादव, दर्श दुबे, स्नेहा गुप्ता, किशोर माझी और हर्ष सोनी आदि बच्चों ने प्रभावी अभिनय किया। इस पूरे कार्यक्रम का संचालन सत्यभामा ने किया और इप्टा अशोकनगर के सचिव सिद्धार्थ शर्मा ने अमंत्रितजनों के प्रति आभार व्यक्त किया। हाल छोटा होंने के कारण अनेक लोगों को लौट जाना पड़ा।
नई दुनिया से साभार
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