नई दिल्ली : ‘डॉक्टर शंकर शेष’ लिखित सामाजिक राजनैतिक तत्वों पर आधारित व कमल कुमार बत्रा द्वारा निर्देशित नाटक ‘आधी रात के बाद’ का सफल मंचन भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा), जामिया दिल्ली इकाई द्वारा जामिया मिल्लिया इस्लामिया के हबीब तनवीर ओपन एयर थिएटर में हुआ.
यह नाटक सामाज के कई कुरीतियों, नकली दवाइयां बनाने वाली कंपनियों का सरकार पर दबदबा और बिल्डर माफिया की मनमानियों को उजागर करती है. जज और चोर की आधी रात के बाद चली बातचीत में ये सारे मामले चोर ने उजागर किये. यहां तक कि ग़रीबों की झुग्गी झोपड़ियों को किस तरह ख़त्म करके वहां बिज़नेस किया जाता है और आवाज़ उठाने वालों को कैसे मार दिया जाता है… ये सारे मसले इस नाटक के मुख्य बिंदु थे.
इस नाटक में जज के किरदार में वारिस अहमद, चोर के किरदार में सालिम नक़वी और पड़ोसी पत्रकार के किरदार में मुहम्मद वसीम की प्रस्तुति काबिले तारीफ रही. माहौल ऐसा हो गया कि बारिश बावजूद दर्शकों ने नाटक का भरपूर लुत्फ़ उठाया.
इस नाटक में लाइट्स की ज़िम्मेदारी आज़ाद, म्यूजिक फ़वाद शैख़, कॉस्टयूम गीत संधू ने और मेकप मुहम्मद इरशाद सैफी ने निभाई. नाटक के समाप्ती पर जामिया के ड्रामा इंचार्ज शकील खान ने लोगों का शुक्रिया अदा किया.विशेष मेहमान के तौर पर गज़नफर ज़ैदी (फाइन आर्ट्स के डीन), प्रोफ़ेसर मुहम्मद गुफरान किदवई (डिपार्टमेंट ऑफ़ आर्ट एजुकेशन), उस्ताद ज़मीर (ग़ज़ल गायक), हारिस हक़ (सीपीआई जामिया नगर के महा सचिव), एत्काद अहमद, मुहम्मद मुस्लिम, ज़फर उल्लाह, अफरोज़ आलम साहिल, तालीफ़ हैदर, ज़फ़र इक़्बाल फ़ारूक़ी, मुकेश मकवाना आदि मौजूद रहें.
यह नाटक सामाज के कई कुरीतियों, नकली दवाइयां बनाने वाली कंपनियों का सरकार पर दबदबा और बिल्डर माफिया की मनमानियों को उजागर करती है. जज और चोर की आधी रात के बाद चली बातचीत में ये सारे मामले चोर ने उजागर किये. यहां तक कि ग़रीबों की झुग्गी झोपड़ियों को किस तरह ख़त्म करके वहां बिज़नेस किया जाता है और आवाज़ उठाने वालों को कैसे मार दिया जाता है… ये सारे मसले इस नाटक के मुख्य बिंदु थे.
इस नाटक में जज के किरदार में वारिस अहमद, चोर के किरदार में सालिम नक़वी और पड़ोसी पत्रकार के किरदार में मुहम्मद वसीम की प्रस्तुति काबिले तारीफ रही. माहौल ऐसा हो गया कि बारिश बावजूद दर्शकों ने नाटक का भरपूर लुत्फ़ उठाया.
इस नाटक में लाइट्स की ज़िम्मेदारी आज़ाद, म्यूजिक फ़वाद शैख़, कॉस्टयूम गीत संधू ने और मेकप मुहम्मद इरशाद सैफी ने निभाई. नाटक के समाप्ती पर जामिया के ड्रामा इंचार्ज शकील खान ने लोगों का शुक्रिया अदा किया.विशेष मेहमान के तौर पर गज़नफर ज़ैदी (फाइन आर्ट्स के डीन), प्रोफ़ेसर मुहम्मद गुफरान किदवई (डिपार्टमेंट ऑफ़ आर्ट एजुकेशन), उस्ताद ज़मीर (ग़ज़ल गायक), हारिस हक़ (सीपीआई जामिया नगर के महा सचिव), एत्काद अहमद, मुहम्मद मुस्लिम, ज़फर उल्लाह, अफरोज़ आलम साहिल, तालीफ़ हैदर, ज़फ़र इक़्बाल फ़ारूक़ी, मुकेश मकवाना आदि मौजूद रहें.
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