छपरा। देश में सबल धर्मनिरपेक्ष सत्ता की स्थापना, नारी सशक्तिकरण और भ्रष्टाचार निषेध के लिए इप्टा, छपरा का 21 वाँ सम्मलेन रविवार 23 फरवरी को ओम प्रकाश नगर रामजयपाल कॉलेज के ऑडिटोरियम में साम्प्रदायिकता के विरुद्ध कारगर रंग अभियान चला साझी संस्कृति अक्षुण रखने के संकल्प के साथ संपन्न हुआ। सम्मलेन का उद्घाटन प्राचार्य डॉ राम श्रेष्ठ राय ने किया तो वहीँ राज्य परिषद् सदस्य अजय कुमार अजय ,राज्यकार्य समिति सदस्य अमित रंजन और लाल बाबू यादव ने इप्टा कि अवधारणा को स्पष्ट करते हुए वर्त्तमान परिप्रेक्ष्य में इप्टा और रंगकर्मियों की चिंता पर विस्तार से चर्चा की। डॉ लालबाबू यादव ,डॉ रामश्रेष्ठ राय और दिनेश कुमार पर्बत के तीन सदस्यीय अध्यक्ष मंडल की अध्यक्षता में संपन्न सम्मलेन में प्रस्ताव पारित किया गया कि इप्टा जनसंवाद कायम कर लोगों के बीच जाये कि देश गांधी के मार्ग पर ही चलेगा न कि गोडसे की राह में । सम्मलेन में जनहित में रंगकर्मियों से सबल विपक्ष की भूमिका निभाने की अपील की गयी। रंगकर्मियों पर लटकती काले क़ानून ड्रमस्टिक परफार्मेंस एक्ट को समाप्त करते हुए सांस्कृतिक नीति बनाकर तुरत लागू करने की सरकार से मांग, कि गयी। सीबीएससी की तर्ज़ पर बिहार बोर्ड के स्कूलों में नाटक का पाठ्यकर्म लागू करने की मांग भी की गयी। सम्मलेन प्रमंडलीय मुख्यालय छपरा में भिखारी ठाकुर रंगशाला के निर्माण तक सामान विचार धारा वाले सांस्कृतिक संगठनो के साथ लगातार संघर्ष , जेपी विश्वविद्यालय में नाटक की पढ़ाई शुरू करने के लिए अभियान का प्रस्ताव भी पारित किया गया। सम्मलेन में `साम्प्रदायिता के विरोध की जरूरत` पर सार्थक बहस की गयी। 21 वें सम्मलेन में सचिव अमित रंजन ने सचिव का प्रतिवेदन और साल भर के आय व्यय का लेखा जोखा पेश किया ,जिस पर बब्लू राही ,दिनेश कुमार पर्वत ,कंचन बाला ,लालबाबू यादव ,श्याम सानु , आरती सहनी ,चन्दन कुमार आदि ने गम्भीर बहस की और कतिपय संशोधनों के साथ धवनिमत से प्रतिवेदन पारित हुआ.
सर्वसम्मति से 21 सदस्यीय कार्यकारिणी का गठन किया गया। संरक्षक डॉ लाल बाबू यादव बनाये गए। अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र नारायण यादव ,उपाध्यक्ष डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह बीतन,डॉ राम श्रेष्ठ राय और श्याम सानु , सचिय अमित रंजन ,संयुक्त सचिव बबलू राही ,सह सचिव आरती साहनी और अशोक कुमार ,कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार पर्वत बने ,उपाधयक्ष का एक पद रिक्त रखा गया। तो दूसरी ओर कार्यकारिणी सदस्यों में डॉ उषा कुमारी ,कंचन बाला ,पूनम सिंह ,रामबली सहनी ,चन्दन कुमार ,विवेक कुमार श्रीवास्तव ,मुन्ना कुमार ,शिवांगी सिंह का चयन किया गया ,तीन पद रिक्त रखे गए।
कंचन बाला ,समीर परिमल ,बबलू राही ,रंजीत सिंह की जनवादी ग़ज़लों और लाल बाबू यादव के अभियान गीत से सम्मलेन का समापन हुआ। भिखारी ठाकुर रंगभूमि में इप्टा के साम्प्रदायिकता विरोधी नुक्कड़ नाटक अभियान `हल्ला बोल `का उद्घाटन संरक्षक डॉ लाल बाबू यादव ने किया ,कलाकारों द्वारा नुक्कड़ नाटक `सामरथ को नहीं दोष गुसाईं `की प्रस्तुति की गयी जिसमे मुन्ना कुमार ,रणजीत कुमार ,बिहारी कुमार ,अशोक कुमार ,सुग्रीव ,विनय ने अभिनय किया।
सर्वसम्मति से 21 सदस्यीय कार्यकारिणी का गठन किया गया। संरक्षक डॉ लाल बाबू यादव बनाये गए। अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र नारायण यादव ,उपाध्यक्ष डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह बीतन,डॉ राम श्रेष्ठ राय और श्याम सानु , सचिय अमित रंजन ,संयुक्त सचिव बबलू राही ,सह सचिव आरती साहनी और अशोक कुमार ,कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार पर्वत बने ,उपाधयक्ष का एक पद रिक्त रखा गया। तो दूसरी ओर कार्यकारिणी सदस्यों में डॉ उषा कुमारी ,कंचन बाला ,पूनम सिंह ,रामबली सहनी ,चन्दन कुमार ,विवेक कुमार श्रीवास्तव ,मुन्ना कुमार ,शिवांगी सिंह का चयन किया गया ,तीन पद रिक्त रखे गए।
कंचन बाला ,समीर परिमल ,बबलू राही ,रंजीत सिंह की जनवादी ग़ज़लों और लाल बाबू यादव के अभियान गीत से सम्मलेन का समापन हुआ। भिखारी ठाकुर रंगभूमि में इप्टा के साम्प्रदायिकता विरोधी नुक्कड़ नाटक अभियान `हल्ला बोल `का उद्घाटन संरक्षक डॉ लाल बाबू यादव ने किया ,कलाकारों द्वारा नुक्कड़ नाटक `सामरथ को नहीं दोष गुसाईं `की प्रस्तुति की गयी जिसमे मुन्ना कुमार ,रणजीत कुमार ,बिहारी कुमार ,अशोक कुमार ,सुग्रीव ,विनय ने अभिनय किया।
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