"संस्कृति अवाम में बसती है और उसे आगे ले जाने जवाबदेही युवा वर्ग पर है। जवाबदेही यह कि वह अपनी अगली पीढ़ी को तैयार करें , बच्चों को संस्कृति का अगुआ बनाये। यह उन्हें एक संवेदनशील इंसान बनाने के साथ ही ज़िम्मेदार नागरिक भी बनाएगा।"
ये बातें इप्टा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं लोकप्रिय अभिनेता अंजन श्रीवास्तव ने मधेपुरा इप्टा द्वारा आयोजित ए. के. हंगल अंतरविद्यालय नाट्य प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को सम्मानित करते हुए कहीं। श्री अंजन ने बच्चों के बीच नाटक को करने और करवाने के प्रयास में तेजी लाने का आह्वान करते हुए रंगमंच को विद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने आगे कहा कि नाटक बच्चों के व्यक्तित्व विकास मे सहायक है और इप्टा आने वाली पीढ़ी को एक बेहतर इंसान, एक संवेदनशील नागरिक और मानव बनाने लिए संघर्षरत है। इस अवसर पर इप्टा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉ. फीरोज़ अशरफ खां ने कहा कि बिहार इप्टा ने जननाट्य आन्दोलन को बच्चों बीच ले जाने की एक पहल की है। हमारी कोशिश इप्टा को बिहार के हर परिवार, हर घर तक ले जाने की है।
भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा), मधेपुरा ने इप्टा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ए के हंगल की याद में बी पी मंडल नगर भवन में दो दिवसीय ए के हंगल अंतरविध्यालय प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्रतियोगिता में सात विद्यालयों ने भाग लिया; जिसमे मधेपुरा से पाँच और सहरसा से दो विद्यालय शामिल थे।
नाटक प्रतियोगिया का उदघाटन1 अक्टूबर 2012 को जिला पदाधिकारी उपेन्द्र कुमार ने किया। इस मौके पर उन्होंने कि सभ्यता की शुरुआत से ही रंगमंच का अस्तित्व रहा है। अभिव्यक्ति के इस साधन द्वारा ही हमारी संस्कृति फलती-फूलती रही है। रंगमंच नमन योग्य है। हमें आशा है कि इप्टा की पहलकदमी से यहाँ रंगमंच की धीमी पड़ चुकी लौ फिर से प्रज्वलित होगी। वहीँ मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित करते हुए आरक्षी अधीक्षक सौरभ कुमार साह ने कहा कि दुनिया एक रंगमंच है जिसके हमसब किरदार हैं। उन्होंने मधेपुरा में रंगमंच के फलने-फूलने की कामना की। इस मौके पर बिहार इप्टा के उपाध्यक्ष प्रो0 सचींद्र, मधेपुरा इप्टा के मुख्य संरक्षक डा0 श्यामल किशोर यादव, संरक्षक डा0 भूपेन्द्र मधेपुरी, दशरथ प्रसाद सिंह, डा0 आलोक कुमार, प्रो0 रीता कुमारी आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा0 अमोल राय ने की और धन्यवाद ज्ञापन मधेपुरा इप्टा के उपाध्यक्ष चन्द्रिका यादव ने किया । संचालन तुरबसू तथा राज्य कार्यकारिणी सदस्य सुभाष चन्द्र ने किया।
नाटक प्रतियोगिया का उदघाटन1 अक्टूबर 2012 को जिला पदाधिकारी उपेन्द्र कुमार ने किया। इस मौके पर उन्होंने कि सभ्यता की शुरुआत से ही रंगमंच का अस्तित्व रहा है। अभिव्यक्ति के इस साधन द्वारा ही हमारी संस्कृति फलती-फूलती रही है। रंगमंच नमन योग्य है। हमें आशा है कि इप्टा की पहलकदमी से यहाँ रंगमंच की धीमी पड़ चुकी लौ फिर से प्रज्वलित होगी। वहीँ मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित करते हुए आरक्षी अधीक्षक सौरभ कुमार साह ने कहा कि दुनिया एक रंगमंच है जिसके हमसब किरदार हैं। उन्होंने मधेपुरा में रंगमंच के फलने-फूलने की कामना की। इस मौके पर बिहार इप्टा के उपाध्यक्ष प्रो0 सचींद्र, मधेपुरा इप्टा के मुख्य संरक्षक डा0 श्यामल किशोर यादव, संरक्षक डा0 भूपेन्द्र मधेपुरी, दशरथ प्रसाद सिंह, डा0 आलोक कुमार, प्रो0 रीता कुमारी आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा0 अमोल राय ने की और धन्यवाद ज्ञापन मधेपुरा इप्टा के उपाध्यक्ष चन्द्रिका यादव ने किया । संचालन तुरबसू तथा राज्य कार्यकारिणी सदस्य सुभाष चन्द्र ने किया।
कार्यक्रम के पहले दिन सालोम मिशन पब्लिक स्कूल द्वारा 'आरक्षण' नाटक का मंचन किया गया। इस नाटक के लेखक एवं निर्देशक त्रिलोक कुमार मिश्रा थे। यह नाटक वर्त्तमान आरक्षण पद् धति का लाभ ज़रूरतमंदों तक पहुचा ने की मांग पर आधारित था। दूसरा नाटक साउथ प्वाइंट हाई स्कूल द्वारा 'डिस्को मास्टर' था। यह नाटक शिक्षा व्यवस्था पर आधारित था। तीसरा नाटक होली क्रास स्कूल का 'सांच को आंच नहीं' था। यह नाटक भ्रष्टाचार पर आधारित था जिसमें दिखाया गया कि किस तरह छोटे-छोटे कामों के लिए आम लोगों को परेशान होना पड़ता है। प्रथम दिन का अंतिम नाटक सदाशिव नॉलेज टेम्पल के द्वारा प्रस्तुत 'अपना गाँधी अपना देश' था। जिसके लेखक अनिल पतंग थे।
आयोजन के दूसरे दिन मध्य विद्यालय, नवहट्टा (सहरसा) के बच्चों ने एस एस हिमांशु के निर्देशन में 'बोलने का नहीं समझने का' नाटक, मध्य विद्यालय गोबरगढ़ा (सौर बाज़ार) के बच्चों ने डा0 आलोक कुमार लिखित एवं चन्दन कुमार निर्देशित नाटक 'घो-घो रानी कितना पानी' नाटक प्रस्तुत किया। माया विद्या निकेतन, मधेपुरा के द्वारा एम् के मशाल निर्देशित नाटक 'एकलव्य' प्रस्तुत किया।
ए0 के0 हंगल अंतर विद्यालय नाट्य प्रतियागिता का प्रथम पुरस्कार सदाशिव नौलेज सेन्टर , मधेपुरा के नाटक 'अपना गाँधी अपना देश', दूसरा पुरस्कार माया विद्या निकेतन, मधेपुरा की प्रस्तुति 'एकलव्य' तथा तीसरा पुरस्कार मध्य विद्यालय गोबरगढ़ा (सौर बाज़ार) के नाटक 'घो-घो रानी कितना पानी' को मिला। श्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार को तथा श्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार योगेन्द्र कुमार झा को "अपना गांधी अपना देश" के लिए दिया गया।
ए0 के0 हंगल अंतर विद्यालय नाट्य प्रतियागिता का प्रथम पुरस्कार सदाशिव नौलेज सेन्टर , मधेपुरा के नाटक 'अपना गाँधी अपना देश', दूसरा पुरस्कार माया विद्या निकेतन, मधेपुरा की प्रस्तुति 'एकलव्य' तथा तीसरा पुरस्कार मध्य विद्यालय गोबरगढ़ा (सौर बाज़ार) के नाटक 'घो-घो रानी कितना पानी' को मिला। श्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार को तथा श्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार योगेन्द्र कुमार झा को "अपना गांधी अपना देश" के लिए दिया गया।
पुरस्कार वितरण के अवसर पर बिहार इप्टा के सचिव मंडल के साथी इंद्र भूषण रमण 'बमबम', राज्य कार्यकारिणी सदस्य राजन, ई. प्रभाष और भोला प्रसाद यादव भी उपस्थित थें।
- तुरबसु
http://www.youtube.com/watch?v=1KbU11HqQxE
ReplyDeleteDedicated to Comrade-A.K Hangul & Sulekh Bharduaj
ReplyDeletetwo days theater fest in Delhi
हम लड़ेंगे साथी --------उदास मौसम के खिलाफ --
--------------आप सादर आमंत्रित हैं !--------------
"KABEERA" Mumbai collaboration with”IPTA”JAMIA Delhi
Presents
A Hindustani Play---"BAAT KA BATANGADH"
(बात का बतंगढ़)
written & Directed by -Shahid Kabeer
Date:08 Nov-2012 Time :8:00 pm
venue: Ram Leela maidan ,opp-Temple Okhla head (bus stop) Jamia Nager New Delhi-
For Contact-09250851633-09769524742.
At-kabeerayouth@gmail.com.iptajamia@gmail.com
courtesy -- AISF
हम लड़ेंगे साथी --------उदास मौसम के खिलाफ –
********आप सादर आमंत्रित हैं! **********
"KABEERA" Mumbai collaboration with ”IPTA”JAMIA Delhi
Presents
A Hindustani Play---"EK AUR HADSAA!”
(एक और हादसा!)
written by -----------Dario Fo
Directed ---------- -Shahid Kabeer
Date:06 Nov-2012 Time :7:30 pm
Venue: Ajoy Bhawan CPI Head Office NR Hindi Bhawan”ITO”New Delhi
For Contact-09250851633-09769524742.-
at-kabeerayouth@gmail.com.iptajamia@gmail.com
courtesy -- AISF