विवेचना जबलपुर का तेइसवां राष्ट्रीय नाट्य समारोह आगामी 19 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2016 तक तरंग प्रेक्षागृह में आयोजित है। इस समारोह की खासियत इसमें मंचित नाटकों की भव्यता है। इस समारोह में मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय भोपाल का भव्य नाटक ’आनंद रघुनंदन’ प्रथम दिन मंचित होगा और समारोह का खास आकर्षण है। 19 अक्टूबर को उद्घाटन के अवसर पर होने जा रहे इस संगीतमय नाटक में 40 कलाकार हिस्सा लेंगे। रीवां के महाराजा द्वारा सन् 1830 में लिखे गए इस नाटक को पहली बार मंचित किया जा रहा है। भव्य सैट और लाइट भोपाल से लाई जा रही हैं। यह नाटक श्रेष्ठ अभिनय, संगीत, अद्भुत कथानक और बघेली भाषा के लालित्य के लिए प्रसिद्ध हुआ है। इस नाटक के निर्देशक श्री संजय उपाध्याय हैं।
दूसरे दिन सुप्रसिद्ध कवि दुष्यंत कुमार का लिखा नाटक ’एक कंठ विषपायी’ अनवरत थियेटर्स मुम्बई द्वारा मंचित किया जाएगा। इस काव्य नाटक का निर्देशन अशोक बांठिया ने किया है। अभी अभी पृथ्वी थियेटर्स मुम्बई में इस नाटक के मंचन बहुत सराहे गए हैं।
समारोह के तीसरे दिन शेक्सपियर के नाटक ’मैकबेथ’ का मंचन शैडो माइम थियेटर ग्रुप भोपाल द्वारा किया जाएगा। मैकबेथ का यह मंचन युवा निर्देशक मनोज नायर के निर्देशन में होगा। मैकबेथ की मूल कृति में आज की परिस्थितियों के साथ मेल कर नया मैकबेथ तैयार किया गया है जहां मूल नाटक माइम में मंचित होगा और आज का मैकबेथ संवादों के साथ होगा।
समारोह के चैथे दिन विख्यात नाट्य निर्देशक अवतार साहनी के नाटक ’एक तू और एक मैं’ का मंचन एक्टर्स रिपर्टरी थियेटर, दिल्ली द्वारा किया जाएगा। इस नाटक को सुनील सिन्हा व नरेन्द्र गुप्ता ने लिखा है। यह दो पात्री नाटक बहुत रोचक और मनोरंजक है।
पांचवें और अंतिम दिन विवेचना थियेटर ग्रुप द्वारा मोतीलाल केमू के नाटक ’खोया हुआ गांव’ का मंचन किया जाएगा। नाटक का निर्देशन वसंत काशीकर ने किया है। यह नाटक गीत संगीत नृत्य के साथ पहाड़ी गांव के कलाकारों की कथा कहता है। मोतीलाल केमू जम्मू के वरिष्ठ नाटककार हैं। यह प्रथम अवसर है जब यह नाटक जम्मू के बाहर मंचित हो रहा है।
विवेचना थियेटर ग्रुप जबलपुर के इस 23 वें राष्ट्रीय नाट्य समारोह में भव्य संगीतमय नाटकों का मंचन होने जा रहा है। प्रतिदिन संध्या 7:30 बजे से तरंग आॅडीटोरियम में नाटक मंचित होंगे। विवेचना के हिमांशु राय, बांकेबिहारी ब्यौहार और वसंत काशीकर ने सभी नाट्य प्रेमियों से हर वर्ष के समान इस वर्ष भी नाट्य समारोह के सभी नाटकों को देखने का अनुरोध किया है।
दूसरे दिन सुप्रसिद्ध कवि दुष्यंत कुमार का लिखा नाटक ’एक कंठ विषपायी’ अनवरत थियेटर्स मुम्बई द्वारा मंचित किया जाएगा। इस काव्य नाटक का निर्देशन अशोक बांठिया ने किया है। अभी अभी पृथ्वी थियेटर्स मुम्बई में इस नाटक के मंचन बहुत सराहे गए हैं।
समारोह के तीसरे दिन शेक्सपियर के नाटक ’मैकबेथ’ का मंचन शैडो माइम थियेटर ग्रुप भोपाल द्वारा किया जाएगा। मैकबेथ का यह मंचन युवा निर्देशक मनोज नायर के निर्देशन में होगा। मैकबेथ की मूल कृति में आज की परिस्थितियों के साथ मेल कर नया मैकबेथ तैयार किया गया है जहां मूल नाटक माइम में मंचित होगा और आज का मैकबेथ संवादों के साथ होगा।
समारोह के चैथे दिन विख्यात नाट्य निर्देशक अवतार साहनी के नाटक ’एक तू और एक मैं’ का मंचन एक्टर्स रिपर्टरी थियेटर, दिल्ली द्वारा किया जाएगा। इस नाटक को सुनील सिन्हा व नरेन्द्र गुप्ता ने लिखा है। यह दो पात्री नाटक बहुत रोचक और मनोरंजक है।
पांचवें और अंतिम दिन विवेचना थियेटर ग्रुप द्वारा मोतीलाल केमू के नाटक ’खोया हुआ गांव’ का मंचन किया जाएगा। नाटक का निर्देशन वसंत काशीकर ने किया है। यह नाटक गीत संगीत नृत्य के साथ पहाड़ी गांव के कलाकारों की कथा कहता है। मोतीलाल केमू जम्मू के वरिष्ठ नाटककार हैं। यह प्रथम अवसर है जब यह नाटक जम्मू के बाहर मंचित हो रहा है।
विवेचना थियेटर ग्रुप जबलपुर के इस 23 वें राष्ट्रीय नाट्य समारोह में भव्य संगीतमय नाटकों का मंचन होने जा रहा है। प्रतिदिन संध्या 7:30 बजे से तरंग आॅडीटोरियम में नाटक मंचित होंगे। विवेचना के हिमांशु राय, बांकेबिहारी ब्यौहार और वसंत काशीकर ने सभी नाट्य प्रेमियों से हर वर्ष के समान इस वर्ष भी नाट्य समारोह के सभी नाटकों को देखने का अनुरोध किया है।
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