अंबिकापुर I गोष्ठी के पहले वक्ता प्रलेस अध्यक्ष विजय गुप्त ने वर्तमान स्थितियों में राष्ट्रवाद को स्थापित करने की जद्दोजहद पर प्रकाश डाला। उन्होंने संगीत के क्षेत्र में स्थापित समरसता को रेखांकित करते हुए देश की एकता, अखंडता बनाए रखने की जरुरत पर भी बल दिया। इप्टा के सचिव कृष्णानंद तिवारी ने सामाजिक समरसता पर बात करने से पहले सत्ता के चरित्र को समझने तथा आज रंगकर्मियों, साहित्यकार एवं अन्य बुद्धिजीवियों की भी जिम्मेदारी का उल्लेख किया। गोष्ठी में छत्तीसगढ़ सीटू के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह सोढ़ी, आलोक दुबे, अंजुमन कमेटी के इरफान सिद्दीकी, कर्मचरी नेता अनंत सिन्हा, इप्टा के अध्यक्ष प्रितपाल सिंह ने भी विचार रखे।
कार्यक्रम का संचालन प्रांतीय अध्यक्ष वेदप्रकाश अग्रवाल ने किया। गोष्ठी के अंत में दिवंगत कवि वीरेन इंगवाल, लेखक महीप सिंह, कथाकार डॉ. कुंतल गोयल सहित चेन्नई बाढ़ के मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर डॉ. आशा शर्मा, सुजान बिंद, प्रकाश कश्यप, डॉ. विश्वासी एक्का, नइम परवेज, आनंद गुप्ता, डॉ. रामकुमार मिश्र, आशीष शर्मा, एसके तिवारी, एचसी पुरी, अंजनी पांडेय आदि उपस्थित थे।
साभार : दैनिक भास्कर
कार्यक्रम का संचालन प्रांतीय अध्यक्ष वेदप्रकाश अग्रवाल ने किया। गोष्ठी के अंत में दिवंगत कवि वीरेन इंगवाल, लेखक महीप सिंह, कथाकार डॉ. कुंतल गोयल सहित चेन्नई बाढ़ के मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर डॉ. आशा शर्मा, सुजान बिंद, प्रकाश कश्यप, डॉ. विश्वासी एक्का, नइम परवेज, आनंद गुप्ता, डॉ. रामकुमार मिश्र, आशीष शर्मा, एसके तिवारी, एचसी पुरी, अंजनी पांडेय आदि उपस्थित थे।
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