Wednesday, March 14, 2018

फासिस्ट सरकार को हटाने का संकल्प लें कलाकार-रंगकर्मी: सथ्यू

IPTA@75
‘‘केन्द्र की सरकार फासिस्ट सरकार है। हमें इस सरकार को हटाने की कोशिश करनी चाहिए। क्या सरकार का एजेण्डा केवल राम मंदिर बनना है या देश की समस्याओं को हल करना है? सरकार के लिए राम मंदिर धार्मिक आस्था का मुद्दा नहीं बल्कि एक राजनीतिक एक्ट है। हम तमाम प्रोग्रेसिव,  अमन और तरक्की पसंद नागरिकों, कलाकारों, साहित्यकारों को देश से इस सरकार को हटाने के लिए ड्रामे लिखने चाहिए, करने चाहिए।’’

इप्टा के 75वें साल की तैयारियों के मद्देनजर चर्चा करते हुए इप्टा के राष्ट्रीय संरक्षक और मकबुल फिल्म निर्देशक एम0 एस0 सथ्यू ने उक्त बातें कहीं। इप्टा की रहनुमाई में बनाई गई अपनी फिल्म ‘गर्म हवा’ पर चर्चा करते हुए एम0 एस0 सथ्यू ने कहा कि नफरत और घृणा जो वातावरण आज बनाया जा रहा है, वह पहले कभी नहीं रहा। हमने इंदिरा की इमरजेंसी देखी और विरोध भी किया परन्तु यह सरकार विरोध की आवाज़ को ही खत्म कर रही हैै। आज इप्टा और तमाम प्रोग्रसिव कल्चर संगठन एक मंच पर आयें और इस हुकुमत के खिलाफ माहौल बनाये।

इप्टा के 75 सालों की चर्चा करते हुए सथ्यू ने कहा कि इप्टा हिन्दुस्तान का एकमात्र कल्चर आॅर्गेनाईजेशन जो आज़ादी के पहले से आवाम की आवाज़ बन गया। इप्टा से कई लोग जुड़े, नामचीन हुए और अलग भी हुए। उन्होने अपने-अपने तरीकों से इप्टा के काम को आगे बढ़ाया। इप्टा का 75 साल प्रोग्रेसिव तहरीक के इन सारे प्रयासों का गवाह है। इप्टा का प्लैटिनम जुबली साल हिन्दुस्तान की तमाम अमन पंसद, प्रोग्रसिव और परिर्वतनकामी कलाकारों, संगीतकारों, साहित्यकारों का सलाम है।

देश में किसानों, युवाओं की स्थितियों की चर्चा करते हुए उन्होने कहा कि यह सरकार किसानोें, युवाओं आदि के मुद्दों पर संवेदनहीन है। हमारे देश के किसान न सिर्फ हमें भरपेट भोजन मुहैया कराते हैं बल्कि साझी सांस्कृतिक विरासत के वाहक भी हैं। देश में किसानों के चल रहे आन्दोलनों को इप्टा सलाम करती है।

एम0 एस0 सथ्यू रू-ब-रू में वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी फणीश सिंह, बिहार इप्टा के अध्यक्ष प्रो0 वीरेन्द्र नारायण यादव, उपाध्यक्ष डाॅ0 शकील अहमद खाँ, अनीस बारी, इप्टा के राष्ट्रीय सचिव डाॅ0 फीरोज़ अशरफ खाँ आदि उपस्थित थें। कार्यक्रम का संयोजन बिहार इप्टा के महासचिव तनवीर अख्तर ने किया।

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