25 मई 2016 को
राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जननाट्य संघ (इप्टा) के स्थापना का 73वाँ वर्ष पूरा
हो रहा है. ज्ञातव्य है कि 25 मई 1943 को मुंबई
में इप्टा का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हुआ था. ब्रिटिश दासता व शोषण के
ख़िलाफ़ आवाम की सांस्कृतिक अभिव्यक्ति के रूप में भारतीय जननाट्य संघ (इप्टा) की
स्थापना हुई थी और इप्टा ने अपने सात दशकों से भी अधिक लंबे इतिहास में देश की
गंगा-जमुनी तहजीब को मजबूत करने का काम किया है. इप्टा ने अपने स्थापना
काल से ही गीत, नृत्य, नाटकों के जरिये जनता की
आशाओं-आकांक्षाओं, दुःख-दर्द, संघर्ष को अभिव्यक्ति दी है.
इप्टा के इस विरासत को रेखांकित करने के मकसद से इप्टा के स्थापना दिवस: 25 मई को
"जननाट्य दिवस" के रूप में मनाया जाता है.
बिहार इप्टा की सभी इकाइयां
जननाट्य दिवस:25 मई 2016 के अवसर पर विशेष कार्यक्रम
आयोजित करेंगी. इस वर्ष जननाट्य दिवस का थीम "अब अभिव्यक्ति के सारे ख़तरे
उठाने ही होंगे" निर्धारित किया गया है. बिहार इप्टा के महासचिव तनवीर अख्तर
ने बिहार इप्टा की सभी इकाईयों के अध्यक्ष, सचिव व बिहार इप्टा राज्य
परिषद् के सदस्यों से "अब अभिव्यक्ति के सारे ख़तरे उठाने ही होंगे" थीम
के साथ 25 मई 2016 को विशेष कार्यक्रम आयोजित
करने का आह्वान किया है.
बिहार इप्टा की विभिन्न
इकाइयों से अब तक प्राप्त सूचना के अनुसार, जननाट्य दिवस के अवसर पर छपरा
इप्टा ने नगर पालिका सभागार, छपरा (सारण) में संगोष्ठी
एवं सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया है. संगोष्ठी का विषय "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता: दशा और दिशा"
है तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत जनगीत, नृत्य और एकांकी
"पागलखाना" की प्रस्तुति की जायेगी. कटिहार इप्टा जनम, दिल्ली के
नाटक "औरत" को मंचित करेगा. मधेपुरा इप्टा और सहरसा इप्टा द्वारा इस मौके पर संगोष्ठी आयोजित की जा रही है. पटना
इप्टा द्वारा दो दिवसीय आयोजन किया जा रहा है. 24 मई को कैफी आज़मी सांस्कृतिक
केंद्र में 'समय संवाद' के तहत वरिष्ठ
अभिनेता जावेद अख्तर खाँ "इप्टा की विरासत और आज का समय" विषय पर संवाद
करेंगे, इसकी अध्यक्षता बिहार
इप्टा की अध्यक्ष डेज़ी नारायण करेंगी. 25 मई को भिखारी ठाकुर रंगभूमि, गाँधी
मैदान में 'रंगभूमि संवाद' के तहत पटना
इप्टा द्वारा जन गीत, काव्य आवृत्ति एवं नाटक "गदहा पुराण" एवं रंगसृष्टि, पटना द्वारा नाटक "मन में है विश्वास" की प्रस्तुति होगी. इस अवसर
पर वरिष्ठ नाटककार ह्रषीकेश सुलभ मुख्य अतिथि होंगे.
इप्टा स्थापना
दिवस के अवसर पर बिहार इप्टा इकाईयां विशेष रूप से
झंडोतोलन करेंगी और इप्टा गीत "तू ज़िंदा है........." (शंकर
शैलेन्द्र की रचना) का गायन होगा.