Wednesday, May 23, 2018

नए संदर्भों के साथ 'हवालात'

इप्टा लखनऊ ने 23 मई को "जन एकता जन अधिकार आंदोलन "द्वारा आयोजित किसान,मजदूर एवं महिलाओं की रैली में 22 कैसरबाग में अपने नाटक "हवालात"का प्रदर्शन करते हुए प्लैटिनम जुबली कार्यक्रम श्रृंखला की शुरुआत की। प्रख्यात कवि एवं नाटककार सर्वेश्वर दयाल सक्सेना के इस नाटक को आज के सन्दर्भों से जोड़ा गया है। नाटक में भगवा सिंह,धर्मवीर एवं कसाब अली नामक तीन भटके हुए नवयुवक हैं जो गोरक्षा एवं हिन्दू तथा मुस्लिम कट्टरता के आधार पर इसलिए निर्दोष लोगों की हत्या करते हैं ताकि उन्हें प्रसिद्ध मिल सके इसलिए वोह एक महिला पुलिस दरोगा से हवालात ले जाने की गुहार लगाते हैं।बहुत सारी मनोरंजक एवं नाटकीय घटनाओं के बीच यह युवक अपने उद्देश्य में सफल नहीं होते हैं। नाटक में दरोगा के रूप में रजनी, तथा तीन नवयुवकों की भूमिकाये अनुज,शेखर तथा बबलू खान ने निभाईं हैं।नाटक का निर्देशन युवा रंगकर्मी इच्छाशंकर ने किया है।इस नाटक का प्रदर्शन 24 मई को शाम 5 बजे केनरा बैंक सर्किल ऑफिस गोमतीनगर तथा 25 मई इप्टा स्थापना दिवस के अवसर पर शाम 6.30बजे इप्टा कार्यालय 22 केसरबाग में होगा साथ ही युवा संगीतकार एवं गायक कमलाकांत के निर्देशन में जनगीतों की प्रस्तुति भी होगी।

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