Sunday, April 9, 2017

भारतीय राजनीति का परिदृश्य कॉर्पोरेट और प्रतिगामी शक्तियों का कॉकटेल है

कॉमरेड महादेव नारायण टंडन स्मृति व्याख्यान वर्ष 14 पर प्रखर राजनीतिज्ञ और लेखक कॉमरेड बादल सरोज ने आज आगरा में माथुर वैश्य सभागार में बोलते हुए कहा कि  इस वर्तमान राजनीति में नया ये है कि जब एक भारतीय प्रधानमंत्री चीन की कम्पनी का विज्ञापन करे, जब एक धर्मनिरपेक्ष राज्यस्तर के सूबे का मुख्यमंत्री एक पंथ विशेष का मुखिया हो , जब हज़ार सालों पुरानी परंपरा के नाम पर लोगों को धर्म के नए आख्यान पढ़ाये जा रहे हों और दिमागों पर ताकत नहीं एक योजना और आम सहमति बन कर कब्ज़ा किया जा रहा हो तो ये बदलती राजनीती का खतरनाक पहलु है. हमने राजनीति की भाषा को सस्ता हो जाने दिया , हमने नए विकल्प के तौर पर निकृष्ट को आने दिया।ये भारतीय राजनीतिक लिए नया है। दरअसल भारतीय राजनीति का परिदृश्य कॉर्पोरेट और प्रतिगामी शक्तियों का कॉकटेल है जो बाजार के लिए जगह बना रहा है ।

व्याख्यान का विषय प्रवर्तन करते हुए डॉ जे एन टण्डन बे कहा कि किसी भी तरह का कट्टरवाद भारतीय राजनीति में स्वीकार्य नहीं है। सरकारें लोगों को गाय और अन्य मसलों पर उलझा कर अपने हित साध रही हैं।

इस अवसर पर कॉमरेड रमेश मिश्रा, भावना जितेंन्द्र रघुवंशी मंच पर उपस्थित थे । पूर्व विधायक चौ बदन सिंह जी ने अध्यक्षता की। कार्यक्रम में शहर के सभी गणमान्य कवि, वकील, रंगकर्मी, और राजनीतिज्ञ उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ विजय शर्मा ने किया।

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