Monday, September 23, 2013

इप्टा का दो दिवसीय लोक कला उत्सव


कपूरथला : गदर लहर की शताब्दी को समर्पित दो दिवसीय लोक कला उत्सव इंडियन पीपुल्स थियेटर एसोसिएशन (इप्टा) द्वारा रेडिका के वारिस शाह हाल में रविवार को उत्साह व उमंग से शुरू हुआ। इसका शुभारंभ नामधारी सुखविंदर सिंह करतारपुर, सीएमएम रेडिका परमजीत सिंह, जसबीर सिंह अरोड़ा, लक्ष्मण दास, इंद्रजीत रुपोवाली, रुप परदेसी ने संयुक्त तौर पर शमां रोशन करके किया। कार्यक्रम के पहले सत्र में जम्मू से इप्टा के  के इतिहास संबंधी प्रो. मलविंदर सिंह वड़ैच व स्वर्ण सिंह विर्क ने पर्चे पढ़े। विर्क ने अनछुए मुददों को छुआ और इप्टा के जुझारु स्वभाव व लोक हितों के मर मिटने की चाह की बातें की। इप्टा दिल्ली ने 'जुलूस' नाटक का मंचन किया। इप्टा चंडीगढ़ ने भाई गुरशरण सिंह का लिखा नाटक 'मेरा लोंग गवाचा', इप्टा जम्मू ने विजय मल्लाह के निर्देशन में नाटक 'रोटी रिझक' और 'मुस्तकबिल' का सफल मंचन किया। पंजाबी नाटक के 100 वर्ष पूरे होने पर डा. कुलदीप सिंह दीप, डा. सीता राम बांसल ने आजादी लहर में गदर लहर का योगदान विषय पर पर्चे पढ़े। सांस्कृतिक कार्यक्रम दौरान पंजाब का लोकनाच भंगड़ा पेशकर युवाओं ने उपस्थिति को थिरकने पर मजबूर कर दिया।

मौके पर बलवंत सिंह, कामरेड हरनाम दास, बिशरत मसीह, धर्मपाल पेंथर, डा. स्वराज संधू, चमन लाल भारती, कंवलनैन सिंह सेखों, गुरदियाल सिंह निर्माण, हरजीत केंथ, सर्बजीत रुपोवाली व मुकंद सिंह आदि उपस्थित थे।

जागरण से साभार

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