Wednesday, August 29, 2012

देशभर से कामरेड हंगल को श्रद्धांजलि

नयी दिल्ली। भारतीय कम्युनिस्‍ट पार्टी ने वरिष्ठ अभिनेता एके हंगल के निधन पर कहा कि वह एक समर्पित सामाजिक एवं राजनैतिक कार्यकर्ता थे जिन्होंने अपने विचारों के लिए शिवसेना के ‘हमलों’ का सामना किया। भाकपा की ओर से जारी शोक संदेश में कहा गया कि हंगल पार्टी की सदस्यता को नियमित रूप से हर साल नवीनीकृत कराते थे और इस साल भी उन्होंने ऐसा किया था। संदेश में कहा गया कि शिवसेना ने उनके फिल्मी करियर पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की। इससे भले ही उन्हें आजीविका कमाने में दिक्कत हुई, लेकिन उन्होंने समझौता नहीं किया।

भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और पार्टी प्रमुख नितिन गडकरी ने वयोवृद्ध चरित्र अभिनेता ए के हंगल के निधन पर शोक जताया है. हंगल (98) का रविवार को सुबह मुंबई में संक्षिप्त बीमारी के बाद निधन हो गया. उनकी जांघ की हड्डी में फेक्चर के बाद उनकी स्थिति और बिगड़ गयी थी. आडवाणी ने एक संदेश में कहा कि मैं ए के हंगल के निधन की खबर से बेहद दुखी हूं. वह हिन्दी सिनेमा के पसंदीदा चरित्र अभिनेताओं में से एक थे. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अभिनेता ने फिल्मों में विभिन्न भूमिकाएं निभायी और उनमें से हर भूमिका में वह उत्कृष्ट थे. 

मुंबई।  एके हंगल की शोक सभा का आयोजन किया गया मुंबई के जुहू स्थित पृथ्वी थिएटर्स में आयोजित किया गया। इस मौके पर अनुपम खेर, जावेद अख्तर और शबाना आजमी मौजूद रहे। कबीर बेदी, पूनम ढिल्लों और इला अरुण भी यहां आए। अनुपम खेर ने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा, 'पृथ्वी थिएटर्स में हंगल साहब की प्रार्थना सभा में शामिल होना दिल को छू लेने वाला अनुभव था। मैंने अपनी पहली हीरोइन रोहिणी हट्टंगड़ी से भी मुलाकात की।' एक दिन पहले शबाना आजमी ने ट्वीट किया था, 'कल 27 अगस्त को शाम 4-5 के बीच एके हंगल साहब की याद में पृथ्वी थिएटर जुहू में प्रार्थना सभा रखी गई है। आप सब आमंत्रित हैं। कृपया यह मेसेज सबको पास करें। इसे आईपीटीए ऑर्गनाइज कर रही है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि हंगल के निधन से हिन्दी फिल्म उद्योग ने एक स्नेहपूर्ण पिता के व्यक्तित्व वाले अभिनेता को खो दिया. अपने पूरे करियर में हंगल ने सिद्धांतों और आदशरें वाले व्यक्ति के तौर पर काम किया. उन्होंने सुनहरे पर्दे परजो जीवन जिया उसे आम जिंदगी में भी निभाया.  भाजपा प्रमुख गडकरी ने अपने शोक संदेश में हंगल को भारतीय फिल्म उद्योग का एक उत्कृष्ट अभिनेता बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने करीब चालीस साल के फिल्मी जीवन में हर उस चरित्र पर अपनी छाप छोड़ी जिसे उन्होंने पर्दे पर निभाया.महाराष्ट्र के राज्यपाल के शंकरनारायणन ने अपने शोक संदेश में कहा कि परदे और परदे से अलग ए के हंगल का मुस्कुराता हुआ शांत चेहरा लोगों को यह आश्वासन देता था कि वह मूल्यों पर डटे रहने वाले व्यक्ति हैं, भले ही चाहे कुछ भी हो. हंगल ने कई फिल्मों में स्नेहपूर्ण पिता की शानदार भूमिका निभायी थी.

मुजफ्फरपुर। हिंदी सिनेमा के लोकप्रिय कलाकार एके हंगल के निधन पर शहर के कलाकारों व प्रबुद्ध वर्गो में शोक की लहर दौड़ गयी. नाटय़ जगत से जुड़े कलाकार मर्माहत हैं.इप्टा के सचिव अजय कुमार विजेता, श्रवण कुमार, संगीतज्ञ डॉ अरविंद कुमार, प्रेमरंजन, डॉ डीपी राय, जदयू नेता गणोश पटेल, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष राकेश सम्राट, रविकांत सिन्हा, राजकिशोर चौधरी, संजीव कुमार झा, सिद्धार्थ कुमार, राकेश पटेल, विमलेश, कृष्ण कुमार वर्मा, दीपक तिवारी, संजीव चौधरी, पंकज सिंह, जयनाथ राम, रंजीत कुमार, सोहन महतो, राजीव रौशन , संजय सिंह, अविनाश राज, साकेत सिंह, अभिषेक कुमार, विनय यादव, मुकेश पासवान, शशिकांत श्रीवास्तव, चंदन कुमार सहित कई लोगों ने स्व.हंगल को श्रद्धांजलि दी.

उधर, भाकपा माले के जिला सचिव कृष्ण मोहन, कार्यालय सचिव सकल ठाकुर, नगर सचिव मनोज यादव, प्रो. अरविंद कुमार डे, नाटय़कर्मी, स्वाधीन दास ने शोक व्यक्त किया है. महान नाटककार और अभिनेता थे. उनके निधन से वामपंथी व प्रगतिशील विचारों को हानि हुई है.

देवघर।  प्रसिद्ध कलाकार एके हंगल के निधन पर कचहरी परिसर में शोक सभा हुई. सबने दो मिनट का मौन रखा एवं उनकी आत्मा की शांति की कामना की. बुद्धिजीवियों ने उनकी तसवीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया. मुख्य तौर पर गीतकार श्रीधर दुबे, सुधीर कुमार रंजन, अजय घोष, कपिल देव राणा, वीरेश वर्मा, धनंजय प्रसाद आदि उपस्थित थे.

कतरास। भारतीय क्लब में मंगलवार को भारतीय जन नाटय़ संघ (इप्टा)कतरास की ओर से एके हंगल को श्रंद्धांजलि दी गई। अभिनेता व रंगकर्मी स्व. हंगल के फिल्म इंडस्ट्री में योगदान की चर्चा की गई। सभा की अध्यक्षता मृगेन्द्र नारायण सिंह व संचालन डॉ मृणाल ने किया। इप्टा कलाकार विनोद कुमार साव, विष्णु कुमार, नासिर खान, सबिता कर, सोनू आदि ने जनवादी गीत प्रस्तुत किया। मौके पर श्यामा गुप्ता, अमित भगत, राजेन्द्र प्रसाद राजा, निमाई मुखर्जी, शंकर खंडेलवाल, सुरेन्द्र भदानी, आर बी सिंह, अरूण कुमार वर्मा, हंसमुख ठक्कर, भरतराम गुप्ता, सतीश वर्मा, राजेश कुमार, विष्णु कुमार, डॉ मृणाल, कैलाश यादव, नासिर खान आदि उपस्थित थे।

पटना। हिंसा के विरुद्ध संस्कृतिकर्मी संस्था के तत्वावधान में राजधानी के रंगर्कमियों एवं कलाकारों ने प्रेमचंद रंगशाला में फिल्म अभिनेता ए. के. हंगल के निधन पर श्रद्धांजिल सभा आयोजित की। सभा की शुरुआत स्व. हंगल के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। इस अवसर पर प्रख्यात समालोचक खगेन्द्र ठाकुर ने कहा कि ए. के. हंगल न केवल एक आला दर्जे के अभिनेता थे बल्कि वे महान देशभक्त भी थे। स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में वे कई बार जेल भी गए।

उन्होंने जिंतना लिया नहीं उससे ज्यादा इस देश को दिया है। श्री सिंह ने कहा कि 1938 के दशक में चन्द्र सिंह गढ़वाली जैसे देश भक्त ने जिंस भारतीय जुलूस पर आक्रमण करने से मना किया उस दल में हंगल साहब भी शामिल थे। बाल ठाकरे ने उनकी फिल्मों पर रोक लगाने की तमाम कोशिश की लेकिन वे कभी झुके नहीं। इस अवसर पर प्रो. संतोष कुमार ने कहा कि हंगल अभिनेता होने के साथ-साथ जनता के दुख-दर्द से सीधे जुड़े थे।

विरष्ठ रंगकर्मी अजीत गांगुली ने कहा कि फिल्म और नाटक के क्षेत्र में हंगल साहब के अभिनय की छाप अमिट है। रंगकर्मी सुमन कुमार ने कहा कि रंगशाला के मुक्ति अभियान में उन्होंने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर नचिकेता, सहजानंद, मनीष महिवाल, अनीश अंकुर सहित दर्जनों कलाकारों ने उनसे जुड़ी यादों को साझा किया। मंच संचालन जयप्रकाश ने किया। सभा में रानी जायसवाल, प्रो. भारती, एस कुमार, पंकज करवटने, विनीत राम , रघु, हीरालाल, कुंदन सहित सैकड़ो की संख्या में रंगकर्मी एव कलाकार उपस्थित थे।

लखनउ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वयोवृद्ध फिल्म अभिनेता ए.के.हंगल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने दविंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा है कि ए.के.हंगल के निधन से फिल्म जगत ने एक महान कलाकार खो दिया है। वह फिल्मों में अपने योगदान के लिए हमेशा याद किए जाएंगे।

लुधियाना। पंजाबी साहित्य अकादमी के सदस्यों ने प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता और रंगकर्मी एके हंगल की मौत पर अफसोस जताया। अकादमी के कार्यकारी प्रधान डा. अनूप सिंह ने कहा कि एके हंगल बहुत अच्छे इंसान थे। अकादमी के जरनल सेक्रेटरी डा. सुखदेव सिंह ने कहा कि एके हंगल की सोच आम आदमी के साथ जुड़ी हुई थी। अंतिम सांस तक वह थियेटर के साथ जुड़े रहे। उन्होंने 200 से अधिक फिल्मों में काम किया। पूर्व प्रधान डा. एसएस जौहल, डा. सुरजीत पातर, डा. सरबजीत सिंह, डा. गुरइकबाल सिंह, डा. सुरजीत, कुलदीप सिंह बेदी और डा. जोगिंदर सिंह निराला, सेक्रेटरी सुरिंदर कैले, डा. गुलजार पंधेर, इंजीनियर जसवंत सिंह जफर और प्रिंसिपल प्रेम सिंह बजाज, प्रो. निरंजन तसनीम, प्रो. रविंदर भट्ठल, डा. एस तरसेम, मित्र सैन मीत, डा. स्वर्णजीत कौर ग्रेवाल, गुरचरन कौर कोचर, त्रिलोचन लोची, सुरिंदर रामपुरी, जनमेजा सिंह जौहल, प्रीतम पंधेर, तरलोचन लोची ने एके हंगल को श्रद्धांजलि दी।


No comments:

Post a Comment