Friday, August 17, 2012

बिहार इप्टा के 65 साल

आज बिहार में इप्टा के 65 साल हो गए. आज के ही दिन बिहार के राज्यपाल के समक्ष इप्टा ने पटना में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया था. आज़ादी के जश्न के साथ-साथ बिहार इप्टा के कलाकारों ने अपने गौरवपूर्ण 65 सालों को याद किया. गाँधी मैंदान के पास रूपक सिनेमा के पास रंगमंच पर आजादी का जयघोष इप्टा के मंच गुंजा था. उसके बाद कई उतार चढ़ावों के साथ इप्टा आज भी बिहार में समर्पित रंगकर्म के पर्याय के रूप में राज्य भर में जन-नाट्य आन्दोलन को प्रस्तुत कर रहा है. बिहार IPTA की स्थापना दिवस के अवसर पर जारी सन्देश में इप्टा के राज्य महासचिव श्री तनवीर अख्तर तमाम कलाकारों और संस्कृतिकर्मियों को बधाई दी और इप्टा आन्दोलन के सशक्तिकरण का आह्वान किया. 

श्री अख्तर ने जानकारी दी इप्टा पुरे राज्य में जन्संस्कृतिक आन्दोलन के विस्तार के लिए अभियान चलाने जा रही है. मिशन 2014 और 2015 की तैयारी में राज्य के युवा और कलाकारों का विशेष जत्था तैयार होगा और विकास के नाम पर धर्म, घृणा और उन्माद की राजनीति के खिलाफ, प्रगतिशील लोकतान्त्रिक शक्ति के लिए आवाम का मन तैयार करेगा. बिहार IPTA के सचिव डॉ. फ़िरोज़ अशरफ खान ने बताया कि इप्टा का यह विशेष आन्दोलन सांस्कृतिक चेतना के साथ ही बेहतर कला और संस्कृति का उत्कृष्ट प्रदर्शन होंगे. कभी लोककलाकार भिखारी ठाकुर की 125वी जयंती के अवसर पर तो, कभी इप्टा दिवस, रंगमंच दिवस पर संस्कृति और राजनितिक चेतना की रंगमंचीय प्रदर्शन होंगे.

इस अवसर पर इप्टा के अध्यक्ष श्री समी अहमद, श्री कृष्ण नंदन वार्ष्णेय, कार्यकारी अध्यक्ष सीताराम सिंह ने अपने सन्देश जारी किये. इप्टा कार्यालय में आयोजित बैठक में पटना इप्टा की अध्यक्ष डॉ. उषा वर्मा ने जानकारी दी कि अक्तूबर माह में गिरिश कर्नाड के नाटक "रक्त कल्याण" का मंचन तनवीर अख्तर के निर्देशन में किया जायेगा.
-संजय सिन्हा

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